ट्रांजिस्टर का क्या क्या काम होता हैं | What is the function of a transistor?
ट्रांजिस्टर एक प्रकार का अर्धचालक उपकरण माना जाता है जिसका इस्तेमाल विद्युत धारा या वोल्टेज का संचालन और इंसुलेशन करने के लिए किया जाता है। How Transistors Work in hindi यह Transistor एक स्विच और एक Amplifier के रूप में काम करता है।
आज के समय में हम जिन Electronic उपकरणों का इस्तेमाल करते है । उनमें से सबसे ज्यादा में ट्रांजिस्टर को प्रमुख माना जाता है। इसे विज्ञान और इंजीनियरिंग के इतिहास में सबसे बढ़िया खोज करने वाले में से एक माना जाता है।
इसका इस्तेमाल विद्युत धारा और वोल्टेज का आगे करने और इसे इंसुलेट करने के लिए भी किया जाता है। इस आर्टिकल में हम ट्रांजिस्टर इसके किस्म काम करने का तरीका , ट्रांजिस्टर के नुकसान और लाभ, और कहां इस्तेमाल होता है इसके बारे में जानकारी देंगे ।
ट्रांजिस्टर क्या होता है? What is a transistor?
ट्रांजिस्टर एक अर्धचालक उपकरणों है । जो Electronic signals में बोल्ट या करंट के फ्लो को नियंत्रित करने में सहायता करता है । और यह उसको अधिक करता है । और आम तौर पर उनके लिए स्विच के रूप में काम करता है। Transistor में तीन प्रकार की लेयर होती हैं |
जिनमें से सब करंट को ले जाने में सहायता करती है। अगर Transistor Amplifier के तरह काम करता है तो यह एक सबसे छोटे Input करंट को एक बड़े Output करंट में चेज कर देता है।
स्विच के कम्पेरिजन में यह एक इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस के माध्यम से Electronic Signals के प्रवाह को काबू करने के लिए स्टार्ट या इसे बंद किसी भी दो स्थितियों में से एक हो सकता है।
एक Transistor तीन परत या हम कह सकते हैं कि तीन Terminals का होता है और उनमें से हर एक करंट ले जाने में सहायता करता है।
ट्रांजिस्टर के कौन कौन से भाग होते है ? |What are the parts of a transistor?
जैसा कि आपको पहले बताया गया है कि Transistor में Semiconductor सामग्री या Terminals की तीन परतें मौजूद होती हैं जो किसी भी बाहर की circuit से connection बनाने में सहायता करती हैं और सभी परतें में से करंट ले जाती हैं।
थेर्मिनलस को कैसे जोड़ता है |How Transistors Work in hindi ?
यहां पर Terminals की किसी एक जोड़ा पर लगाया गया बोल्ट या current दूसरे Terminals की जोड़ी के जरिए से करंट या वोल्टेज को कंट्रोल करता है।
ट्रांजिस्टर के लिए तीन खास तौर से तीन टर्मिनल होता हैं जैसा कि नीचे दिया गया है |Transistors Typically have three Terminals as shown Below?
- BaseTransistor को चालू करने के लिए
- Collecter Transistor का पॉजिटिव लीड करने के लिए
- Amiter Transistor का नेगेटिव लीड करने के लिए
- ये विशेष तरह से Transistor Device में एक channel से दूसरे channels में करंट के भेजने का काम करता है ।